ग्वालियर 23 जनवरी नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 125वीं जंयती ‘‘पराक्रम दिवस’’ के अवसर पर व्हीआईएसएम परिसर में राष्ट्रीय सेवा योजना - जीवाजी विश्वविद्यालय (ग्वालियर प्रकोष्ठ) द्वारा ‘‘कोविड-19 वेक्सीनेशन अभियान में राष्ट्रीय सेवा योजना की भूमिका’’ विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयेाजन किया गया। राष्ट्रीय सेवा का उद्देश्य वाक्य ‘‘समाज सेवा के माध्यम से व्यक्तित्व विकास’’ को चरितार्थ करने के लिये वेक्सीनेशन अभियान में राष्ट्रीय सेवा योजना की भूमिका पर जागरूकता अभियान कार्यशाला का आयोजन किया गया क्योकि निकटतम भविष्य में कोविड सेन्टरो की संख्या बढेगी और उसके सफलता संचालन के लिये महत्वपूर्ण बिंदुओ पर रूपरेखा तैयार की जा सके। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सांसद विवेक नारायण शेजवलकर, अध्यक्षता प्रो. जे.एन. गौतम प्रभारी कुलपति जीवाजी विश्वविद्यालय, विशिष्ठ अतिथि डाॅ. ए.के. दीक्षित सयुक्त संचालक स्वास्थ्य विभाग, डाॅ. एम.आर. कौशल अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा, डाॅ. बिन्दु सिंघल प्रभारी वेक्सीनेशन, विशिष्ठ अतिथि डाॅ. सुनील कुमार सिंह राठौर चेयरमैन व्हीआईएसएम काॅलेज, प्रो. एस.के. द्विवेद्वी अधिष्ठाता- छात्र कल्याण जीवाजी विश्वविद्यालय, प्रो. रविकांत अदालतवाले समन्यवयक रासेयो जीवाजी विश्वविद्यालय, डाॅ. मनोज अवस्थी जिला संगठक ग्वालियर उपस्थित थे। व्हीआईएसएम ग्रुप के चेयरमैन डाॅ. सुनील कुमार सिंह राठौर ने अपने स्वागत भाषण में देश के प्रति दायित्व निर्वाहन करने का आव्हान किया। उन्होंने बताया कि भारत वर्ष मंे प्राचीनकाल से ही विज्ञान को महत्व दिया जाता रहा है। ऋषिमुनियों एवं सिद्ध योगियों द्वारा स्वस्थ रहने के उपाय प्राचीन ग्रन्थों में वर्णित हैं। आज के युग में हमारे वैज्ञानिकगण ऋषिमुनियों का अनुसरण कर रहें है एवं अपने दायित्व का निर्वाहन करते हुए कठोर परिश्रम कर कोरोना का टीका बनाने में सफल हुए है। अतः इस वैक्सीन के प्रति लोंगो में जागरूकता फैलाना अत्यन्त आवश्यक है। जिसमें एन.एस.एस. अहम भूमिका निभा रहा है।
सांसद शेजवलकर जी ने देश में वेक्सीनेशन को जनजागरूकता के द्वारा प्रत्येक व्यक्ति को पहुँचाने में राष्ट्रीय सेवा योजना का बहुत बड़ा योगदान बताया क्योकि वेक्सीनेशन के इस महायज्ञ में पूर्ण आहूति सभी की होनी चाहिए जिसे एनएसएस सही प्रकार से क्रियान्वित कर सकती है। डाॅ. कौशल ने कहा कि शासकीय विभिन्न याजनाओं को आमजन तक पहँुचाने का कार्य एक सेतु के रूप में एनएसएस स्वयं सेवक करते है। डाॅ. बिन्दु सिंघल ने बताया कि वेक्सीनेशन से पहले और वक्सीनेशन के बाद मास्क बहुत जरूरी है जिसकी जानकारी हर आमजन को होनी चाहिए। वेक्सीनेशन के बाद भी हमें साफ-सफाई का पूरा ख्याल रखना चाहिए थेाड़ी सी भी ढ़ीलाई हमें किसी भी गंभीर परिणाम तक ले जा सकती है। ‘‘थोड़ा कम - थोडा कम नमक तेल चीनी कम’’ का संदेश स्वस्थ जीवन के लिये प्रभावशाली है।
डाॅ. दीक्षित ने अपने उद्धभोदन में फैली भ्राँतियाँ गलत है क्योकि लगभग एक सप्ताह में कोरोना टीकाकरण के बाद कोई भी साइड इफेक्ट नहीं मिला है। कोरोना जागरूकता के द्वारा वेक्सीनेशन में सभी लोगांे का सहयोग अपेक्षीत है। जिसके लिये हम सबको मिलकर तैयारी करना चाहिए। प्रो. द्विवेदी ने बताया कि इतिहास में भी चाणक्य ने कहा था कि परिवर्तन होगा परन्तु इस परिवर्तन को संगठित होकर हम सब लोग सामना करेंगे। डाॅ. गौतम ने कहा जो व्यक्ति सतर्क रहकर और अपनी दिनचर्या के हिसाब से जीवन का निर्वहन करेगा इस संकट से निदान अवश्य मिल जायेगा इस अभियान में एनएसएस स्वयंसेवको की भूमिका काफी सहायक होगी। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. मनोज अवस्थी एवं आभार प्रो. रविकांत अदालतवाले ने किया।
कार्यक्रम में प्रो. ए.के. सिंह, डा. वीणा शुक्ला, डाॅ. संजय कुमार पाण्डेय, डाॅ. ए.के. वरैया, विपिन त्रिपाठी, डाॅ. सत्येन्द्र शास्त्री, डाॅ. रचना कठठ्ल डाॅ. मन्जू सिंह वीर, नरेन्द्र वर्मा, श्री राम उपाध्याय, डाॅ. सुशील कुमार, डाॅ. राकेश गुप्ता कविता गुप्ता, मौसमी सिंह, आकाश अष्ठाना, पुनीत बंसल, प्रंशात पाण्डे, ए.के. वरैया, व्हीआईएसएम ग्रुप की चेयरपर्सन श्रीमती सरोज राठौर, ग्रुप निदेशक डाॅ. प्रज्ञा सिंह आदि लोग उपस्थित रहें।