व्हीआईएसएम ग्रुप ऑफ़ स्टडीज के अंतर्गत संचालित जय इंस्टिट्यूट ऑफ़ नर्सिंग एंड रिसर्च में आज दिनांक 01 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाया गया . इस अवसर पर महाविद्यालय के छात्र – छात्राओ ने ग्राम बिलौआ एवं आंतरी में जागरूकता रैली निकाली एवं महाविद्यालय में “एड्स से बचाव” विषय पर एक सेमिनार आयोजित की गयी.
व्हीआईएसएम हॉस्पिटल ने महादजी नगर, शिवपुरी रोड़, ग्वालियर में निःशुल्क चिकित्सा शिविर लगाया। चिकित्सा शिविर का शुभारंभ डॉ. सुनील कुमार सिंह राठौर, चेयरमैन व्हीआईएसएम कॉलेज एवं डॉ. करूणा स्वतंत्र सक्सेना पूर्व पार्षद के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। शिविर में लगभग 250 से अधिक क्षेत्रवासियों ने विशेषज्ञ चिकित्सकों से स्वास्थ्य परीक्षण करवाया,
व्हीआईएसएम हॉस्पिटल ने ग्राम चाँदपुर डबरा में निःशुल्क चिकित्सा शिविर आयोजित किया। चिकित्सा शिविर का शुभारंभ श्रीमती ईमरती देवी माननीय अध्यक्षा लघु उद्योग निगम, मध्य प्रदेश शासन के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। शिविर में 400 से अधिक ग्रामीणवासियो ने विशेषज्ञ चिकित्सकों से स्वास्थ्य परीक्षण करवाया, उन्हें विभिन्न बीमारियों से सम्बन्धित दवाईयाँ निःशुल्क वितरित की एवं चिकित्सकों ने उन्हे बीमारियों की रोकथाम एवं उनसे बचाव के तरीके भी बताऐं। शिविर सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक आयोजित किया गया।
आज व्हीआईएसएम ग्रुप के अन्तर्गत संचालित जय इंस्टीटयूट ऑफ फार्मास्यूटिकल साइंसेंस एण्ड रिसर्च द्वारा फार्मेसी महाविद्यालयों की ग्वालियर नोडल वॉलीबॉल प्रतियोगिता आयोजित की गई। प्रतियोगिता में महिला व पुरूष वर्ग दोनो ही ग्रुप के प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता व्हीआईएसएम ग्रुप ऑफ स्ट्डीज़ के चेयरमैन डॉ. सुनील राठौर के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुई।
व्हीआईएसएम ग्रुप ऑफ स्ट्डीज़ ने को कैलाशवासी श्रीमंत राजमाता विजयाराजे सिंधिया जी की 102वीं जन्मतिथि पर उनका पुण्यस्मरण किया। कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्जवलन से हुआ इसके पश्चात् संस्थान के चेयरमैन डॉ. सुनील कुमार सिंह राठौर, चेयरपर्सन श्रीमती सरोज राठौर, ग्रुप निदेशक डॉ. प्रज्ञा सिंह एवं वरिष्ठ समाजसेवी श्री मुकेश भदौरिया ने कैलाशवासी राजमाता साहेब के आदमकद चित्र पर माल्यार्पण किया।
शारदीय नवरात्री के समापन के साथ ही व्हीआईएसएम ग्रुप ऑफ़ स्टडीज में स्थापित माँ दुर्गा की प्रतिमा का विधिवत धूम धाम से विसर्जन किया गया . नो दिन चले इस उत्सव में छात्र छात्राओ ने व्यवस्था संभाली . प्रति दिन नई नई रंगोली प्रतिस्पर्धा आयोजित कर गरबा-डांडिया की प्रस्तुति कर माँ की आराधना की गई. नवे दिन कन्या भोज का आयोजन हुआ जिसमे आस पास के ग्रामीण क्षेत्रो के बालक- बालिकाओ को भी भोजन कराया गया. छात्र छात्राओ ने माँ की जय – जयकार करते हुए विसर्जन कार्यक्रम में हिस्सेदारी ली.