07Mar

व्हीआईएसएम काॅलेज में धूमधाम से मना रंगोत्सव

व्हीआईएसएम ग्रुप आॅफ स्ट्डीज़ में आज रंगो का त्यौहार ‘‘होलिकात्सव’’ मनाया गया। संस्थान परिसर में आज सुबह से ही सारा संस्थान परिवार पूरी तरह रंगो का त्यौहार मनाने के लिये उत्सुक दिखाई दिया। दोपहर 2 बजे से समस्त स्टाॅफ संस्थान के प्रागण में एकत्रित हुआ, एक दूसरे को रंग-गुलाल एवं फूलो की होली के साथ होली की बधाई दी। इस अवसर पर कुछ कर्मचारियों ने होली से सम्बन्धित कबिताओं का पाठ किया। संगीत की धुनो पर डांस किया एवं एक दूसरे को होली के टाईटल दिये। महिला कर्मियों ने होली फाग गाकर पूरे माहौल को उत्साह से भर दिया। इस अवसर पर कर्मचारियों के बीच रस्सा खीच प्रतियोगिता भी हुई साथ ही चेयररेस व एक मिनट प्रतियोगिताआंे का भीे आनन्द लिया। संस्थान के चेयरमैन डाॅ. सुनील राठौर, चेयरपर्सन श्रीमती सरोज राठौर एवं ग्रुप निदेशक डाॅ. प्रज्ञा सिंह ने प्रतियोगिताओं में सहभागिता कर सभी का उत्साह बढ़ाया। डाॅ. राठौर ने इस अवसर पर व्हीआईएसएम परिवार के सभी सदस्यों को होली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि त्यौहार हमारे जीवन को उत्साह से भर देते है, जीवन की निरसता को खत्म करते है। होली का त्यौहार हमें गिले शिकवे दूर कर मिल जुलकर रहने का संदेश देता है। आपस मे प्रेम भाव बढाने की प्रेरणा देता है। हमें इस अवसर पर पूरे वर्ष संस्थान में सुखमय पारिवारिक माहौल बनाये रखने का सकल्प लेना चाहिए अंत में उन्होने सभी सदस्यों को गुलाल लगाया। सभी ने मिष्ठान एवं पकवान का आनन्द लिया।

28Feb

व्हीआईएसएम में मनाया गया नेशनल साइंस डे

व्हीआईएसएम ग्रुप आॅफ स्ट्डीज़ मंे आज राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया गया। कार्यक्रम में पोस्टर प्रेजेन्टेशन एवं क्वीज काॅम्पटीशन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कर्नल जोगेन्द्र सिंह तंवर, सीओ, 15वी बटालियन, एसएएफ ग्वालियर एवं उनकी पत्नी रूपल तंवर रहें। कार्यक्रम की शुरूआत मां सरस्वती पूजन व दीप प्रज्जवलन से हुई। इसके पश्चात् विज्ञान विषय पर क्वीज काॅम्पटीशन का आयोजन किया गया। साथ ही पोस्टर प्रेजन्टेशन भी आयोजित किया गया। जिसमें बीएससी चतुर्थ वर्ष की रिचा प्रथम रहीं एवं राहुल जीएनएम द्वितीय वर्ष व दावा डोना जीएनएम तृतीय वर्ष ने क्रमशः द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किया। क्वीज काॅम्पटीशन में 6 टीमों ने भाग लिया जिसमें आशीष एवं शिवम जीएनएम द्वितीय वर्ष के छात्रों ने विजेता ट्राॅफी अपने नाम की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री तंवर ने अपने उदबोधन में छात्र-छात्राओं को बताया कि आज विज्ञान ही हमारे लिये महाग्रंथ है, मार्गदर्शक है। विज्ञान के चमत्कारो ने हमारे जीवन में आमूल परिवर्तन किये है। आज दुनिया छोटी हो गई है। संचार माध्यम एक क्षण में सम्पूर्ण दुनिया को एक कर देते है। इसके साथ-साथ उन्होने छात्र-छात्राआंे से आहवान् किया कि वे एनसीसी में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें क्योकि एनसीसी हमें अनुशासित करती है। इस अवसर पर संस्थान के चेयरमैन डाॅ. सुनील राठौर ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए उनके द्वारा महाविद्यालयों में एनसीसी के बढाने के लिये किये गए प्रयासो की सराहना की। साथ ही उन्होने छात्र-छात्राओं को विज्ञान विषय में अपनी रूचि बढाने की प्रेरणा दी। उन्होने यह भी कहा कि हमारा संस्थान विज्ञान विषय पर वर्ष भर मंे कई आयोजन करता है जिससे हमारे विद्यार्थीयों को कई जानकारिया मिलती है। उन्होनें बताया कि इस वर्ष विज्ञान विषय की थीम महिलाओं की विज्ञान में भागीदारी है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि कर्नल जोगेन्द्र सिंह तंवर का सेवाकाल समाप्त होने पर संस्थान के चेयरमैन डाॅ. सनील राठौर ने शाॅल, श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह देकर अभिनन्दन किया गया। इस अवसर पर संस्थान की गु्रप निदेशक डाॅ. प्रज्ञा सिंह, नर्सिंग निदेशक के साथ-साथ समस्त कर्मचारीगण एवं छात्र-छात्राऐं उपस्थित रहें। 

22Feb

व्हीआईएसएम ग्रुप आफ स्ट्डीज़ में स्व. श्री गुरूबख्श सिंह राठौर जी की पांचवी पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित कर किया याद

व्हीआईएसएम ग्रुप आॅफ स्ट्डीज के संस्थापक डाॅ. सुनील कुमार सिंह राठौर जी के पिताजी स्व. श्री गुरूबख्श सिंह राठौर जी की पांचवी पुण्यतिथि महाविद्यालय में मनाई गई। इस मौके पर व्हीआईएसएम ग्रुप की निदेशक डाॅ. प्रज्ञा सिंह ने स्व. श्री गुरूबख्श सिंह जी के निजी जीवन और उनके द्वारा समाज में शिक्षा के क्षेत्र मेें किये गए कार्यो पर प्रकाश डालते हुए बताया कि स्व. श्री गुरूबख्श सिंह का जन्म सन् 1919 में सनौड़ा ईश्वरी जिला फरूर्खाबाद  उ.प्र. में हुआ था । 5 वर्ष की उम्र में ही उनके पिताजी का स्वर्गवास हो गया, इसके बावजूद भी उन्होने गाव से 7 किमी. दूर जाकर अपनी शिक्षा पूरी की ओर अपने लक्ष्य को पूरा किया। पूज्य पिताजी समाजसेवक, इतिहासकार एवं शिक्षा के समर्थक थें। उनके अथक प्रयासो से गाॅव में सर्वप्रथम प्राइमरी स्कूल स्थापित किया तथा सन् 1972 में स्वयं का जूनियर हाई स्कूल खोलकर गरीब किसानो के बच्चो को एक अच्छी शिक्षा प्रदान कराई। स्व. श्री गुरूबख्श सिंह राठौर जी से प्रेरणा प्राप्त कर उनके सबसे छोटे पुत्र डाॅ. सुनील राठौर ने सन् 2006 मंे व्हीआईएसएम ग्रुप आॅफ स्ट्डीज़ की शुरूआत उनके रहते हुए की और उनके सपनो को साकार किया।  अंत में संस्थान की चेयरपर्सन श्रीमती सरोज राठौर, निदेशक डाॅ. प्रज्ञा सिंह सहित समस्त स्टाॅफ व छात्र-छात्राओं ने स्व. श्री गुरूबख्श सिंह जी को श्रद्धासुमन अर्पित किये साथ ही इस मौके पर छात्र-छात्राओं को भगवत गीता वितरित की गई। 

26Jan

व्हीआईएसएम में मनाया गया 71वां गणतंत्र दिवस

व्हीआईएसएम ग्रुप आॅफ स्ट्डीज में 71वां गणतंत्र दिवस बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम की शुरूआत में मुख्य अतिथि श्री श्रीधर पराणकर प्रख्यात साहित्यकार एवं विचारक, द्वारा ध्वजारोहण किया गया। इसके पश्चात् संस्थान के एन.सी.सी. बाॅयज एवं गल्र्स कैडेट्स ने आकर्षक परेड करते हुए सलामी दी। ध्वजारोहण के पश्चात् संस्था प्रमुख द्वारा उपस्थ्ति विद्यार्थियों को भारत के संविधान की उद्देशिका का वाचन करवाया। समारोह के सांस्कृतिक कार्यक्रम महाविद्यालय के सभागार में हुए जिसमें रविता यादव बी.एस.सी. चतुर्थ वर्ष की छात्रा ने ‘‘देश रंगीला-रंगीला‘‘ गाने पर आकर्षक डांस प्रस्तुत किया। मनीषा शर्मा बी.एस.सी. नर्सिंग चतुर्थ वर्ष की छात्रा ने ‘‘ए मेरे वतन के लोगो‘‘ गीत गाकर माहौल देशभक्ति कर दिया।  वर्षा सोलंकी पोस्ट बेसिक की छात्रा ने मनमोहक नृत्य की प्रस्तुती दी। जी.एन.एम. के छात्र-छात्राओं ने देश पर कुर्बानी करने वाले सैनिकों पर लघु नाटिका प्रस्तुत कर सभी को भावविभोर कर दिया। तद्पश्चात् संस्था के चेयरमेन डाॅ. सुनील राठौर ने देश की आजादी के लिए अपना सब कुछ समर्पित करने वाले शहीदों को श्रृद्धांजलि देते हुए कहा कि क्षत्रपति शिवाजी ने अखण्ड भारत के लिए जो संकल्प लिया था उसे पूरा करने के लिए सुभाषचन्द्र बोस, चन्द्रशेखर आजाद, भगतसिंह, आदि ने अपनी आहुति दी। उन्होंने कहा कि आज भारत कई दिशाओं में आगे बढ़ा है, उसे विश्व पटल पर विशिष्ट स्थान दिलाने के लिए हम सभी को प्रयास करने होंगे। अंत में मुख्य अतिथि श्री श्रीधर पराणकर ने देश की प्राचीन सांस्कृतिक विरासत का उल्लेख करते हुए भारतीय जीवन मूल्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने वैदिक ग्रन्थों के श्लोकों के माध्यम से गणतंत्र को परिभाषित किया उन्होंने कहा गणतंत्र में गण ही प्रमुख होता है सारी व्यवस्था उसी को केन्द्र में रखकर निर्धारित की जाती है। आज शासन उन्हीं उद्धेश्यों को ध्यान में रखकर कार्य कर रहा है। उन्होंने व्हीआईएसएम महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को शुभ कामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर संस्थान की चेयरपर्सन श्रीमती सरोज राठौर, ग्रुप निदेशक डाॅ. प्रज्ञा सिंह, नर्सिंग डायरेक्टर के साथ-साथ समस्त कर्मचारीगण एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहें।

25Jan

व्हीआईएसएम में राजमाता की 19वीं पुण्यतिथि पर हुई श्रृद्वाजंली सभा

व्हीआईएसएम ग्रुप आॅफ स्ट्डीज़ में आज दिनांक 25/01/2020 को कैलाशवासी राजमाता विजयाराजे सिंधिया जी की 19वीं पुण्यतिथि पर श्रृद्वाजंली सभा का आयोजन किया गया। सभा में श्री ध्यानेन्द्र सिंह जी पूर्व मंत्री मध्यप्रदेश शासन एवं श्रीमती माया सिंह जी पूर्व राज्यसभा सदस्य एवं पूर्व मंत्री मध्यप्रदेश शासन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहें। कार्यक्रम की शुरूआत कैलाशवासी राजमाता विजयाराजे सिंधिया जी के आदमकद चित्र पर माल्यार्पण से हुई। श्री ध्यानेन्द्र सिंह जी ने अपने उद्बोधन में कैलाशवासी राजमाता जी के त्याग एवं तपस्वी जीवन को स्मरण करते हुए उनके साथ व्यतीत किये गए समय का स्मरण किया उन्होने बताया कि राजमाता जी हमेशा गरीबो की सहायता एवं महिलाओं की शिक्षा के लिये तत्पर रहती थी। उन्होने सदेव स्वच्छ राजनीती को अपनाया। श्रीमती माया सिंह जी ने राजमाता जी के सादगीपूर्ण व्यवहार एवं आम लोगो से उनकी मिलन सारिता का जिक्र करते हुए उनके शिक्षा के प्रति जूनून को याद किया। उन्होने बताया कि आज शहर में शिक्षा के क्षेत्र में जो भी कुछ हम देख रहें है उसकी नीव राजमाता जी ने बहुत पहले ही रख दी थी। राजमाता जी के नाम पर शिक्षा संस्थान का नाम रखकर उनको सच्ची श्रृद्वाजंली दी है। मुझे मालूम है कि इस शिक्षा संस्थान से निकले छात्र-छात्राऐं शत्-प्रतिशत रोजगार प्राप्त कर रहें है। इस संसथान ने प्रदेश में अपना विशेष स्थान बनाया है। राजमाता जी का समाज सेवा में अभूतपूर्व योगदान था एवं वे राजपरिवार से होते हुए भी देश की राजनीती में सादगी की मिसाल थी। वे भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक लोगो में से एक थी। इसके पश्चात् संस्थान के चेयरमैन डाॅ. सुनील राठौर ने राजमाता जी के शिक्षा के क्षेत्र में किये गये प्रयासो का स्मरण किया एवं कहा कि उन्होने पहले ही सोच लिया था कि किसी भी शहर के विकास के लिये शिक्षा एक अनिवार्य शर्त है एंव इसी को ध्यान में रखकर शहर में इजीनीयरिंग एवं चिकित्सा संस्थान खोले। जीवाजी विश्वविद्यालय राजमाता जी के प्रयासो का ही परिणाम है। उन्होने हमेशा अपने आप को आम जन से जोडे रखा। उनका विशाल व्यक्तित्व हमें एक आदर्श जीवन जीने की प्रेरणा देता है। इस अवसर पर संस्थान  की चेयरपर्सन श्रीमती सरोज राठौर, ग्रुप निदेशक डाॅ. प्रज्ञा सिंह सहित समस्त स्टाॅफ व छात्र-छात्राऐं उपस्थित रहें।

08Dec

व्हीआईएसएम काॅलेज में दो दिवसीय नेशनल कांफ्रेस का हुआ समापन

आज दिनंाक 08/12/2019 को व्हीआईएसएम महाविद्यालय में रिसर्च मैथोडोलाॅजी एण्ड करन्ट रिसर्च ट्रेड इन नर्सिंग विषय पर चल रहीं नेशनल कांफ्रेस का समापन हुआ। समापन समारोह में मुख्य अतिथि जंयती चैरसिया रजिस्ट्रार म.प्र. नर्सेंस रजिस्ट्रेशन कौसिंल भोपाल उपस्थित थी। समारोह की अध्यक्षता डाॅ. विनोद कुमार गुप्ता, डायरेक्टर स्टेट हेल्थ सर्विसेस ने की एवं समारोह की गेस्ट आॅफ आनर डाॅ. एम.एस. विन्सी, बाॅम्वे हाॅस्पीटल एण्ड काॅलेज आॅफ नर्सिंग इंदौर थी। अपने उद्बोदन में मुख्य अतिथि ने कहा कि इस नेशनल कांफ्रेस में सम्मिलित हुए विद्वानो के प्रेजेन्टेशन से सभी प्रतिभागी लाभान्वित हुए है एवं इससे नर्सिंग प्रोफेशन को नया मार्गदर्शन मिलेगा। उन्होने कहा कि नर्सिंग क्षेत्र में रोजगार की अपार सभावना है एवं मेरी यह कोशिश है कि म.प्र. के नर्सिंग काॅलेज गुणवत्ता की शिक्षा दे ताकि देश भर में वे विशिष्ट स्थान ग्रहण करें। इसी को ध्यान में रखते हुए म.प्र. नर्सेंस रजिस्ट्रेशन कौसिंल ने प्रदेश के समस्त शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक नर्सिंग कर्मचारियों के लिए एनयूआईडी की योजना प्रांरभ की है। कार्यक्रम की गेस्ट आॅफ आनर श्री मती एमएस विन्सी ने नर्सिंग क्षेत्र में कांफ्रेस आयोजित करने के लिए जय इंस्टीटयूट आॅफ नर्सिंग को बधाई दी एवं आशा व्यक्त की कि नर्सिंग के क्षेत्र में अग्रणी यह संस्थान आगे भी अपना लीडिग रोल निभाता रहेंगा। कार्यक्रम के अध्यक्ष डाॅ. गुप्ता ने सभी छात्र-छात्राओं से शासन द्वारा प्रदाय की जा रही विभिन्न जन उपयोगी योजनाओं के बारे में जानकारी रखने का आग्रह किया।  अपने धन्यवाद भाषण में संस्था के चेयरमैन डाॅ. सुनील राठौर ने जय इंस्टीटयूट के छात्र-छात्राओं द्वारा विश्वविद्यालय स्तर पर किये जा रहें प्रदर्शन की प्रंशसा करते हुए संस्थान के शैक्षणिक स्टाॅफ को बधाई दी। उन्होने मुख्य अतिथि को आश्वासन दिया की उनके नर्सिंग शिक्षा में गुणवत्ता लाने के अभियान में जय इंस्टीटयूट हमेंशा अग्रणी भूमिका निभाएगा। उन्होने यह भी बताया कि हाल में ही प्रांरभ हुआ पीएचडी नर्सिंग कोर्स ग्वालियर चम्बल संभाग के विधार्थियों को आकर्षित करेंगा क्योकि इस संस्थान मंे आधुनिक सुबिधाओं युक्त रिसर्च सेंटर एवं अनुभवी गाईड उपलब्ध है। उन्होने कांफ्रेस में सम्मिलित हुए प्रतिभागियो, आयोजको एवं समस्त कर्मचारियों को कांफ्रेस की सफलता पर बधाई दी। आज अंतिम दिन 10 वक्ताओं ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किये। जिसमें स्थानीय वक्ताओं के अतिरिक्त देश के विभिन्न प्रदेशो से पधारे वक्ताओं ने भागीदारी की। कार्यक्रम का अंतिम भाग विभिन्न प्रतिभागियों के सक्षिप्त प्रेजेन्टेशन से हुआ जिसमें जिज्ञासुओं ने कई प्रश्न पूछे। कांफ्रेस में श्रेष्ठ प्रतिभागियों में प्रथम स्थान स्वेता जोशी एसोशिऐट प्रोफेसर एवं रोशनी गौतम असि. प्रोफेसर बाॅम्वे हाॅस्पीटल एण्ड काॅलेज आॅफ नर्सिंग इंदौर, ने प्राप्त किया। जबकि तृतीय स्थान जय इंस्टीटयूट आॅफ नर्सिंग एण्ड रिसर्च की रविता यादव को प्रदान किया गया। आज के कार्यक्रम में संस्थान की चेयरपर्सन श्रीमती सरोज राठौर, निदेशक डाॅ. प्रज्ञा सिंह सहित महाविद्यालय के अधिकारी व कर्मचारी एवं समस्त छात्र-छात्राऐं मौजूद रहें मौजूद रहें।